स्वस्थ जीवन जीने के दो आयाम पहला स्वस्थ आहार तो दूजा दिनचर्या में सुधार
आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और टेक्नोलॉजी का विकास अपने चरम की ओर बढ़ रहा है। जिसने हमारी जीवन शैली को पूरी तरीके से बदल कर रख दिया है। या फिर यह कहना भी गलत नहीं होगा किसने हमारा जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। और आजकल सभी सुखी और सफल जीवन के पीछे भागे जा रहे हैं किंतु इसके लिए सबसे पहले आपका स्वस्थ होना जरूरी है। यदि आप स्वस्थ नहीं होंगे तो आप चाहे कुछ भी कुछ भी हासिल कर ले, जीवन के सारे सुख और ऐश्वर्य सब फीका लगने लगेगा, सब व्यर्थ लगेगा।
यदि आप एक स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इन दो बातों पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है- आहार और दिनचर्या। इनका असर आपके जीवन पर सबसे अधिक पड़ता है। आपको कई बार इन बातों के लिए सलाह और सुझाव मिलते रहते होंगे कि अपने आहार यानी भोजन और दिनचर्या पर ध्यान दो। लेकिन इस भागदौड़ वाली जिंदगी में यह आप पर निर्भर करता है कि आप इनकी और कितना ध्यान दे पाते हैं। आजकल बिगड़ती जीवन शैली के कारण मोटापा, तनाव, ब्लड प्रेशर, हृदयाघात, और डायबिटीज जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। यदि आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो अपनी जीवनशैली में बस थोड़े से आदत सुधार की आवश्यकता है।
स्वस्थ जीवन का आधार स्वस्थ आहार
सामान्यतया लोगों का मानना है कि हमें मोटापा आने का कारण केवल भोजन है जो कि बिल्कुल गलत है। भोजन कम खाने या ना खाने से डाइटिंग नहीं होती है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं तो नियमित एक्सरसाइज और योगा करना चाहिए और इसके साथ ही हेल्दी डाइट भी जरूरी है। यहां भूखा रहना बिल्कुल गलत है। जो लोग शारीरिक श्रम करते हैं उनके लिए तो हेल्दी डाइट बहुत ही जरूरी है। यदि हम हमारे जीवन के हर पड़ाव में हर उम्र में स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हमें हेल्दी डाइट या संतुलित भोजन करना चाहिए। और इसके साथ यह भी जरूरी है कि भोजन को सही समय पर किया जाए। ऐसा ना हो कि जब मन में आए जब समय मिले उसी समय हम भोजन करें। हमें दिन में तीन बार भोजन जरूर करना चाहिए। सबसे पहले ब्रेकफास्ट सुबह 8:00 से 10:00 बजे के बीच फिर लंच दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच और डिनर रात को 8:00 से 10:00 के बीच करना चाहिए।
इसके अतिरिक्त हमें जंक फूड से जितना हो सके परहेज करना चाहिए। इनमें टेस्ट तो होता है जो हमारी जुबान को अच्छा लगता है लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं हैं। हम जैसा उटपटांग अपने शरीर में डालेंगे फिर वैसे ही बीमारियां हमारे शरीर से निकलेंगी।
हमारी सबसे बड़ी आवश्यकता दिनचर्या में सुधार
आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी का असर हमारी दिनचर्या मैं सबसे ज्यादा दिखाई देता है। इस समय में हमारी आधी से ज्यादा समस्याओं का कारण हमारी बिगड़ती हुई दिनचर्या है। इसका सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य और हमारी प्रगति पर पड़ता है। यदि आप स्वस्थ और अच्छा जीवन जीना चाहते हैं तो संतुलित दिनचर्या का पालन करें। जैसे सुबह जल्दी उठना, नियमित समय पर एक्सरसाइज और योगा करना, रोजाना स्नान करना, सुबह दोपहर व रात का भोजन समय पर करना, और रात को समय पर सोना आदि।